mein sone nhi dunga

संता कवि दोस्तों को कविता सुना रहा था।
उसका बेटा थाली बजा रहा था। उसने बेटे को घूरकर देखा,
तो बेटा बोला- आप तो कविता सुनाते रहिए, मैं इन्हें जगाता रहूंगा, सोने नहीं दूंगा।